मेरे लिए वो लड़की नहीं कोई अप्सरा या हूर है।।
आंखें खूबसूरत, बातें खूबसूरत, खूबसूरत उसकी चाल है,
पंखुड़ी से होठ, खूबसूरत चेहरा, रेशमी से उसके बाल हैं,
कोयल सी आवाज, नरम लहजा, मुलायम उसके गाल हैं,
जब से उसे देखा है तब से दिल का हाल बेहाल है।
रहने को तो आस पास है रहती है लेकिन कोसों दूर है,
मेरे लिए वो............
तभी से बनी हसरत मेरी जब से उसका दीदार किया,
मुझे पता था जवाब "ना" है फिर भी मैंने इजहार किया,
सायद उसे इल्म नहीं मैने उसे कितना प्यार किया,
वो आके चली भी गई फिर भी मैंने उसका इंतजार किया ।
उसे पता हो न हो, मेरी एकतरफा प्यार की कहानी मशहूर है,
मेरे लिए वो...............
मुझे पता नहीं था की जब से उसने इंकार किया तब से बात नहीं होगी,
शाम तो, सूरज ढलते ही हो जायेगी, लेकिन मेरी वो रात नही होगी, उसकी यादें तो याद रहेगी लेकिन वो अब साथ नही होगी,
सपनो में रोज आएगी लेकिन अब हकीकत में मुलाकात नहीं होगी।
उसे ना पाकर भी बेइंतहा चाहते रहने का गुरूर है,
मेरे लिए वो................
तभी से हाथो में कलम लिए लिखने लगा था अफसाने,
कभी न कभी तो मेरी बातें पहुंचेंगी उस तक किसी बहाने.
दिल में जमाने भर के गम लिए सुनता रहता हु दर्दभरे गाने,
अब भी इल्तज़ा है उसे खबर हो और आके बैठे मेरे सिरहाने ।
ये ना उसकी ना मेरी गलती थी वो किस्मत का कुसूर है.
मेरे लिए वो................
~नितिन हंसराज....